लाइब्रेरी में जोड़ें

हिंद देश के कलम सिपाही




आल्हा शैली/वीर रस 

हिंद देश के कलम सिपाही, लिखते पावन दिव्य विचार।

भारत वर्ष देश अति प्यारा, इसकी महिमा जग विख्यात।
अति असीम यह सभ्य देश है, वंदन हो इसका दिन रात।।
यह प्रतिनिधि सच्चे मानव का, इसका उज्ज्वल अमृत सार।
हिंद देश के कलम सिपाही, लिखते पावन दिव्य विचार।।

हिंदी हिंदुस्तान अनोखा, यह निर्मल गंगा की धार।
अजर अमर इतिहास निराला, इसमें भरा हुआ है प्यार।।
सात्विकता की जीवित प्रतिमा, अति विशुद्ध इसका संसार।
हिंद देश के कलम सिपाही, लिखते पावन दिव्य विचार।।

सहनशीलता कण कण में है, यह मानवता का है गांव।
हरित क्रांति लाता जन मन में, देता सबको मधुरिम छांव।।
सकल विश्व की यह काया है, देता रहता स्नेह अपार।
हिंद देश के कलम सिपाही, लिखते पावन दिव्य विचार।।

रचनाकार ... डॉक्टर रामबली मिश्र
9838453801

   14
5 Comments

Swati chourasia

02-Nov-2022 08:23 PM

वाह बहुत ही खूबसूरत रचना बेहतरीन लाजवाब 👌👌👌👌👌👌

Reply

Haaya meer

02-Nov-2022 05:40 PM

Amazing

Reply

Muskan khan

02-Nov-2022 05:00 PM

Well done ✅

Reply